EVERYTHING ABOUT SHIV CHALISA LYRICS ENGLISH

Everything about shiv chalisa lyrics english

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भीम रूप धरि असुर संहारे। रामचन्द्र के काज संवारे।।

पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥

अर्थ- पवित्र मन से इस पाठ को करने से भगवान शिव कर्ज में डूबे को भी समृद्ध बना देते हैं। यदि कोई संतान हीन हो तो उसकी इच्छा को भी भगवान शिव का प्रसाद निश्चित रुप से मिलता है।

त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव…॥

जय जय जय अनंत अविनाशी । करत कृपा सब के घटवासी ॥

बिद्यावान गुनी अति चातुर। राम काज करिबे को आतुर।।

अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥ 

Whosoever features incense, prasad and performs arti to Lord Shiva, with really like and devotion, enjoys substance contentment and spiritual bliss With this world and hereafter ascends to the abode of Lord Shiva. The poet prays that Lord Shiva eliminates the struggling of all and grants them eternal bliss.

जय हनुमान ज्ञान गुन सागर। जय कपीस तिहुं लोक उजागर।।

ॠनिया जो कोई check here हो अधिकारी । पाठ करे सो पावन हारी ॥

शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥

हनुमान चालीसा लिरिक्स

आपके पास पूजा के लिए दूध दही घी शक्कर शहद यानि पंचामृत तथा चंदन पुष्प बेलपत्र त्रिशूल डमरू आदि होने चाहिए अगर आपका व्रत है तो शाम को पूजा करने के बाद ही व्रत खोलें अंत में प्रसाद वितरण करें

कहत शिवानन्द स्वामी मनवांछित फल पावे ॥ ॐ जय शिव…॥

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